अष्टांग हृदय वाक्य
उच्चारण: [ asetaanega heridey ]
उदाहरण वाक्य
- अष्टांग हृदय में 6 खण्ड, 120 अध्याय एवं कुल 7120 श्लोक हैं।
- अष्टांग हृदय में 6 खण्ड, 120 अध्याय एवं कुल 7120 श्लोक हैं।
- अष्टांग हृदय की जितनी टीकाएँ हुई हैं उतनी अन्य किसी ग्रंथ की नहीं।
- इसी संबंध मे “ अष्टांग हृदय सूत्र ” मे कहा भी गया है-
- आयुर्वेद की तीनों ग्रंथ-पुस्तकों, चरक संहिता, अष्टांग हृदय संहिता तथा सुश्रुत संहिता में इसका जिक्र मिलता है।
- चरक संहिता, सुश्रुत संहिता, कामसूत्र और अष्टांग हृदय में भी ऐसा कुछ नहीं बताया गया है।
- यह इन्द्रिय निग्रह ब्रह्मचर्य का एक पार्ट है अष्टांग हृदय के अनुसार ' धर्म यशस्यमायुष्यम लोक द्वय रसायनम्।
- चरक संहिता, सुश्रुत संहिता, कामसूत्र और अष्टांग हृदय में भी ऐसा कुछ नहीं बताया गया है।
- अवष्टभ्य पुरीषस्थं अष्टांग हृदय के इस सूत्र के अनुसार पुरीष अवष्टभ्य (धारण) करने वाला होता है ।।
- जिसमें आयुर्वेद के आदि ग्रंथों सुश्रुत्र संहिता चरक संहिता, काश्यप संहिता तथा अष्टांग हृदय में विभिन्न रूपों में उल्लेख मिलता है।
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